शुक्रवार, 17 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। लगातार तीन दिनों की बढ़त के बाद, सेंसेक्स 423.49 अंकों की गिरावट के साथ 76,619.33 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 108.60 अंक गिरकर 23,203.20 पर स्थिर हुआ। बैंक निफ्टी में भी 1.50% की कमी आई, जो 738.10 अंकों की गिरावट के साथ 48,540.60 पर बंद हुआ।
सेक्टोरियल प्रदर्शन:
शुक्रवार को मेटल और एनर्जी सेक्टर्स में तेजी देखी गई, जबकि आईटी और एफएमसीजी सेक्टर्स में गिरावट दर्ज की गई। विशेष रूप से, बीपीसीएल, रिलायंस, कोल इंडिया और हिंदाल्को जैसे स्टॉक्स में बढ़त रही, जबकि इंफोसिस और एक्सिस बैंक में कमजोरी देखी गई।
तकनीकी विश्लेषण और बाजार पूर्वानुमान:
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले के अनुसार, तकनीकी दृष्टिकोण से बाजार अभी भी निचले स्तर पर बना हुआ है, जो आगे कमजोरी का संकेत देता है। उन्होंने बताया कि 76,900 का स्तर एक प्रमुख रजिस्टेंस रहेगा, जिसके ऊपर बाजार 77,500 और 77,800 तक पहुंच सकता है। दूसरी ओर, 76,300 का स्तर एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है, जिसके नीचे बाजार 76,000 और फिर 75,700 तक गिर सकता है।
20 जनवरी 2025 के लिए निवेश रणनीति:
मौजूदा बाजार की बनावट कमजोर है, लेकिन ओवरसोल्ड स्थिति में है। इसलिए, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स के लिए लेवल-बेस्ड ट्रेडिंग एक अच्छी रणनीति हो सकती है। विशेषज्ञों ने कुछ स्टॉक्स की सिफारिश की है जो ₹100 के नीचे हैं, जैसे साउथ इंडियन बैंक, अरिहंत कैपिटल मार्केट्स, आईडीबीआई बैंक, आईआरबी इंफ्रा आदि।
आर्थिक संकेतक:
एसएंडपी ग्लोबल के अनुसार, दिसंबर में अमेरिका, यूरोजोन, जापान और यूके में पीएमआई सेलिंग प्राइस गेज में वृद्धि देखी गई, जो वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति के दबाव को दर्शाता है।
निष्कर्ष:
20 जनवरी 2025 को बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे तकनीकी स्तरों पर ध्यान दें और विशेषज्ञों की सिफारिशों के आधार पर सूचित निर्णय लें। बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए सतर्कता और सूझबूझ से निवेश करना महत्वपूर्ण है।
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