
27 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांक नीचे बंद हुए। निफ्टी 50 सूचकांक 1.08% की गिरावट के साथ 22,842.1 अंकों पर बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स 1.03% की कमी के साथ 75,404.84 अंकों पर समाप्त हुआ। इस गिरावट का मुख्य कारण कई कंपनियों के निराशाजनक तिमाही परिणाम रहे, जिससे निवेशकों की कॉर्पोरेट आय में मंदी की आशंकाएं बढ़ गईं।
सरकारी खर्च और शहरी उपभोग में कमी के कारण निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई, जहां छोटे कैप सूचकांक में 4.5% और मिड कैप सूचकांक में 3% की गिरावट आई।
हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक ने 1.7% की वृद्धि के साथ सकारात्मक प्रदर्शन किया, जो स्वस्थ ऋण वृद्धि के कारण तिमाही लाभ में वृद्धि से प्रेरित था।
दूसरी ओर, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयरों में तिमाही परिणामों के बाद महत्वपूर्ण गिरावट आई। इसके अलावा, जेएसडब्ल्यू स्टील और गोदरेज कंज्यूमर के शेयरों में भी कम कीमतों और मांग के कारण गिरावट दर्ज की गई।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के शेयरों में 0.65% की वृद्धि हुई, जो 749.20 रुपये पर बंद हुए। हालांकि, यह अभी भी अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 912.10 रुपये से 162.90 रुपये कम है, जो 3 जून को दर्ज किया गया था।एसबीआई के शेयरों का ट्रेडिंग वॉल्यूम 775,004 रहा, जो इसके 50-दिवसीय औसत वॉल्यूम 534,467 से अधिक था।
कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में 0.31% की गिरावट आई, जो 1,880.60 रुपये पर बंद हुए। यह इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,953.00 रुपये से 72.40 रुपये कम है, जो 23 सितंबर को दर्ज किया गया था। ट्रेडिंग वॉल्यूम 61,634 शेयर रहा, जो इसके 50-दिवसीय औसत वॉल्यूम 102,028 से कम था।
एचडीएफसी बैंक के शेयरों में 1.20% की गिरावट आई, जो 1,629.70 रुपये पर बंद हुए। यह इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,880.00 रुपये से 250.30 रुपये कम है, जो 9 दिसंबर को दर्ज किया गया था। ट्रेडिंग वॉल्यूम 87,123 शेयर रहा, जो इसके 50-दिवसीय औसत वॉल्यूम 369,937 से कम था।
लार्सन एंड टुब्रो के शेयरों में 0.07% की मामूली वृद्धि हुई, जो 3,460.15 रुपये पर बंद हुए। यह इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 3,963.00 रुपये से 502.85 रुपये कम है, जो 10 दिसंबर को दर्ज किया गया था। ट्रेडिंग वॉल्यूम 34,273 शेयर रहा, जो इसके 50-दिवसीय औसत वॉल्यूम 82,210 से कम था।
आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 1.53% की वृद्धि हुई, जो 1,228.00 रुपये पर बंद हुए। यह इसके 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,361.35 रुपये से 133.35 रुपये कम है, जो 20 सितंबर को दर्ज किया गया था। ट्रेडिंग वॉल्यूम 426,025 शेयर रहा, जो इसके 50-दिवसीय औसत वॉल्यूम 247,970 से अधिक था।
टाटा मोटर्स के शेयरों में हाल ही में कुछ उतार-चढ़ाव देखा गया है, लेकिन ब्रोकरेज फर्म्स की सकारात्मक रेटिंग और कंपनी की बिक्री रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि कंपनी की स्थिति मजबूत बनी हुई है।
दिसंबर 2024 की बिक्री रिपोर्ट: टाटा मोटर्स ने दिसंबर 2024 में 76,599 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की, जिसमें कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री में 1% की गिरावट आई, जबकि पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में 1% की वृद्धि हुई I
शेयर मूल्य में वृद्धि: मार्च 2024 में टाटा मोटर्स के शेयर 1,000 रुपये के स्तर को पार कर गए, जो कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
कुल मिलाकर, 27 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में व्यापक गिरावट देखी गई, जिसमें कुछ चुनिंदा शेयरों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया।
इन घटनाओं के परिणामस्वरूप, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की मौजूदा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय लें और कंपनियों के तिमाही परिणामों पर नजर रखें।
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